It's not a child's play
Let each thought, analysation
Gets assimilated into your being's core
Let the observation journey continue it's chore.
Keep learning new words
Keep exploring their meanings even more.
Let the senses of your mind be open
Until you start understanding the words unspoken.
And then the words would ooze out from your soul
On their…
जाने कब से अंधकार रुपी निर्वात में भटक रहा था मैं
अनभिज्ञ, अंजान, भयभीत.
आशा- निराशा, उम्मीद-नाउम्मीदी
क्या होती है.
इन सबसे अचेत
मानो मैं था ही नहीं.
किन्तु कुछ तो था
जो केवल अंधकार देख पाता था
हालाँकि महसूसने को कुछ न था.
और तभी कहीं, बहुत दूर से
एक दिव्य संगीत की आहट.
पहली बार मैं चौंका
और मैंने अपना…