कहते हैं कुछ हासिल करने को
महापुरुषों के पदचिन्हों पर चलना होगा.
मानता हूँ
किन्तु हू ब हू अनुसरण करना तो
अंध अनुगमन (blind following) होगा.
हाँ, मैं प्रयास कर सकता हूँ
उनके दिखाए मार्ग पर चलने का .
किन्तु पदचिन्ह मेरे अपने होंगे
यह बात और है
कि ठीक उन्हीं पदचिन्हों पर चलकर
मुझसे पहले अनंत यात्री और गए होंगे.
Free day spirituals!!!
Medhavi 🙂